
आजकल हर कोई यही सोचता है – “कम खर्चे में कोई ऐसा काम शुरू करें, जिससे रोज़ कुछ ना कुछ कमाई हो और मेहनत का सही फल मिले।” यही वजह है कि लोग धीरे-धीरे नौकरी की जगह ऐसे स्मॉल बिजनेस की ओर मुड़ रहे हैं जो रोजमर्रा की ज़रूरतों से जुड़े हों।
अब आप ही सोचिए – बच्चों की पढ़ाई रुकेगी? ऑफिस वालों को डायरी और पेन नहीं चाहिए होगा? या फिर गांव-शहर में स्टेशनरी की मांग कभी खत्म होगी?
सीधी सी बात है – किताब और स्टेशनरी का काम एक ऐसा बिजनेस है जो हर दिन कुछ ना कुछ कमाकर ही देता है।
ये बिजनेस क्यों है सबसे ज्यादा डिमांड में?
- हर क्लास में बच्चों को कॉपी-किताबें चाहिए।
- ऑफिस, स्कूल, कोचिंग, बैंक — सब जगह Stationary ज़रूरी होती है।
- हर नए सेशन में स्कूल लिस्ट लेकर अभिभावक स्टेशनरी की दुकानों का रुख करते हैं।
- आजकल छोटे-छोटे गांवों में भी लोग branded notebooks और colorful stationery खरीदना पसंद करते हैं।
इसलिए ये बिजनेस seasonal नहीं बल्कि हर महीने चलने वाला stable source of income बन जाता है।
Book & Stationary Shop कैसे शुरू करें?
शुरुआत करने के लिए आपको बहुत बड़ी दुकान या fancy setup की ज़रूरत नहीं है। अगर आपके पास कोई छोटा-सा कमरा भी है या आप किसी busy market area में 80–100 sq ft की जगह ले सकें, तो काम शुरू हो सकता है।
दुकान की जगह कैसी होनी चाहिए?
- स्कूल या कॉलेज के पास
- कोचिंग संस्थानों के आस-पास
- बस स्टैंड या रेलवे स्टेशन के पास
- किसी residential area के गेट पर
- गांवों में पंचायत भवन या स्कूल के पास
अब ज़रा सोचिए — अगर आपकी दुकान स्कूल के सामने है तो बच्चे छुट्टी के बाद सीधे आपकी दुकान आएंगे। महीने की शुरुआत में स्कूल लिस्ट लेकर पैरेंट्स भी आएंगे। मतलब ग्राहक की कोई कमी नहीं होगी।
क्या-क्या सामान चाहिए होगा?
स्टेशनरी शॉप में सामान की variety रखना ज़रूरी होता है। नीचे एक बेसिक लिस्ट है जो शुरुआत के लिए काफी है:
- नोटबुक्स (school & college types)
- Textbooks (local syllabus के हिसाब से)
- पेन, पेंसिल, इरेज़र, शार्पनर
- रूलर, कम्पास बॉक्स, ड्रॉइंग शीट
- फाइल्स, फोल्डर, डायरी, रजिस्टर
- कवर, लेबल, ग्लू, कैंची
- स्कूल बैग्स और छोटे गिफ्ट आइटम
- प्रिंटिंग / फोटोस्टेट मशीन (अगर बजट हो तो)
थोड़ा-थोड़ा सामान हर कैटेगरी से रखें ताकि ग्राहक को लगे कि “यहाँ सब कुछ मिल जाता है!”
इस बिजनेस की कुल लागत कितनी आएगी?
अब बात करते हैं खर्चे की — क्योंकि यह सबसे जरूरी हिस्सा है।
अगर आप कम स्केल पर शुरू करते हैं, तो:
- दुकान का किराया (अगर खुद की नहीं है): ₹3,000 – ₹5,000 / महीना
- फर्नीचर (रैक, काउंटर): ₹7,000 – ₹10,000
- शुरुआती सामान स्टॉक: ₹20,000 – ₹25,000
- बोर्ड / दुकान का नाम और basic décor: ₹2,000
- कुल मिलाकर: ₹30,000 – ₹40,000 में दुकान तैयार हो जाएगी।
अगर आप गांव में हैं और दुकान आपकी खुद की है, तो यह लागत और भी कम हो सकती है।
इन्हे भी पढें –
- Tea Stall Business: ₹10,000 से चाय की दुकान शुरू करें और हर महीने ₹50,000 तक कमाएं!
- Vegetable Shop Business: कम लागत, जबरदस्त कमाई – गांव हो या शहर, हर जगह चलेगा!
हर महीने कितनी कमाई हो सकती है?
कमाई आपके लोकेशन, माल की variety और कस्टमर हैंडलिंग पर depend करती है। लेकिन चलिए एक practical अंदाज़ में समझते हैं:
- मान लीजिए, आप रोज़ ₹2,000 की बिक्री करते हैं।
- Stationery में मार्जिन 20%–40% तक होता है।
- यानी ₹2,000 बिक्री पर कम से कम ₹500 की कमाई।
- महीने में अगर 25 दिन दुकान चलती है, तो ₹12,500 – ₹15,000 minimum profit।
अब अगर आपकी दुकान prime location पर है और festive season (admission time, school reopen, आदि) आ जाता है तो कमाई ₹40,000–₹60,000 तक भी जा सकती है।
कुछ लोग तो photo copy, typing, binding जैसी extra services जोड़कर ₹1 लाख तक भी निकाल लेते हैं।
ये बिजनेस कैसे बन सकता है आपकी स्थायी कमाई का जरिया?
देखिए, हर बिजनेस में समय और consistency लगती है। लेकिन Book & Stationary Shop की सबसे बड़ी खूबी ये है कि:
- इसमें बार-बार लागत नहीं लगती
- ग्राहक खुद आपके पास आता है
- बच्चों की पढ़ाई कभी रुकती नहीं
- festive और seasonal demand बार-बार आती है
मतलब अगर आप सही location पकड़ लें, customer को respect दें और थोड़ा creative बनें (जैसे kids items, wrapping, छोटा gift देना), तो यह काम सालों तक आपकी steady income देता रहेगा।
अब फैसला आपके हाथ में है…
आज ₹30,000 से शुरू करके आप अगले 3 महीनों में ₹50,000–₹60,000 महीना कमा सकते हैं।
कोई high-skill की ज़रूरत नहीं, fancy marketing नहीं, बस थोड़ा honesty, थोड़ा patience और थोड़ी समझदारी।
अगर आप गांव में हैं, तो यह और भी बढ़िया मौका है — क्योंकि competition कम है और जरूरत उतनी ही ज्यादा।
तो देर किस बात की?
पढ़ाई कभी बंद नहीं होती, बच्चों की stationery कभी रुकती नहीं — और यही वजह है कि Book & Stationary Shop एक evergreen business है।